चादरपोशी से शुरू हुआ उर्स मुबारक, सैकड़ों जायरीनों ने की जियारत

हजरत लोहारी पीर शहीद मजार पर उर्स मुबारक पर सैकड़ों जायरीन पहुंचकर चादर पोसी कर अमन चैन, मुल्क में आपसी सौहार्द बनी रही दुआ मांगी

गाजीपुर के जमानियां में गुरुवार को जोहर बाद हजरत लोहारी पीर शहीद मजार पर चादरपोशी से हजरत लोहारी पीर शहीद मजार रहमतुल्ला अलैह का एक दिवसीय उर्स शुरू हुआ। जो ईशा तक जारी रहेगा। जिसमें सैकड़ों जायरीन शामिल हुए। सुबह कुरआन खानी, मीलाद शरीफ, कुल शरीफ और फिर दुआ ख्वानी की गई। इस दौरान उर्स मुबारक में शामिल होने के लिए नगर कस्बा सहित दूर दराज के ग्राम अंचलों से भी जायरीन आये। सैकड़ों जायरीन लोहारी पीर शहीद मजार के दरबार में हाजिरी लगाने आये। उक्त मौके पर मुस्लिमों के साथ-साथ अन्य धर्मों के अनुयायियों की आस्था भी लोहारी पीर शहीद मजार में दिखी और वे भी उर्स में भाग लेने आये। बताया जाता है। की गुरुवार को उर्स मुबारक पर आयोजित कार्यक्रम में अधिक हलवाई की दुकानें और खाने-पीने के स्टॉल लगी रही। इनमें हलवा,पूरी, पापड़ी, अनरसा, नारियल की मिठाई की दुकानें अधिक संख्या में देखी गई। इस दौरान जायरीन चादरपोसी के बाद मजार के आस पास लगी दुकानों पर पहुंच कर हलुआ व खास्ता खजूर की भी खरीदारी करते दिखे। उर्स मुबारक के अवसर पर एक दिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया है। इसमें दर्जन भर से अधिक दुकानें लगायी रही। सबसे अधिक दुकानें चादर की हैं। फूल, अगरबत्ती, अतर, टोपी और गुलदस्ता बेचने वाली कई दुकानें भी लगी रही। हजरत लोहारी पीर शहीद मजार पर एक दिवसीय उर्स शुरू। हजरत लोहारी पीर शहीद मजार रहमतुल्लाह अलेह के आस्ताने पर सैकड़ों जायरीनों ने हाजिरी देने पहुंचे। मौके पर अकीदत के फूल चढ़ाने और चादरपोशी के लिए सुबह से लेकर जोहर और ईशा तक जायरीन और अकीदतमंदों का आने का सिलसिला चलता रहा। मजार के खादिम हाफिज नोमान कादरी ने बताया कि उर्स में पहुंचे लगभग सैकड़ों जायरीनों और अकीदतमंदों ने चादरपोशी की। इस दौरान उर्स के मौके मजार के साथ ही पूरा परिसर रंगीन और आकर्षक बल्बों से रौशन रहा। और खाने- पीने की वस्तुओं की दर्जनों दुकानें सजी हैं। साथ ही शीरनी, अगरबत्ती, फूल, चादर और घरेलू जरूरतों की चीजों की दुकानें भी लगी हुई हैं। कुरान खानी की गयी। इसके बाद मीलाद शरीफ, फिर कुल शरीफ के बाद देश में अमन चैन और आपसी भाईचारगी के लिए दुआ मांगी गई। नगर कस्बा स्थित शाही जामा मस्जिद के सेकेट्री मौलाना तनवीर रजा ने बताया कि यह मजार हिन्दू-मुस्लिम एकता का परिचायक है। हजरत लोहारी पीर शहीद मजार में हर साल सभी धर्म संप्रदाय के लोग पहुंचते हैं। अपनी मन्नतें मांगते हैं। और बाबा सभी की मुरादें पूरी करते हैं। इस दौरान सैकड़ों जायरीनों ने मजार पहुंचते हैं। और हजरत लोहारी पीर शहीद के मजार में चादरपोशी करते हैं। हजरत लोहारी पीर शहीद मजार पर उर्स मुबारक पर सैकड़ों जायरीन पहुंचकर चादर पोसी कर अमन चैन, मुल्क में आपसी सौहार्द बनी रही दुआ मांगी।



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