गंगा ने मचाई तबाही, डीएम एसपी ने किया दौरा
0खतरा बिन्दु को पार करके गंगा पहुंची 63.650 मीटर
0बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद का आश्वासन
गाजीपुर। जिले में गंगा के जलस्तर में मंगलवार दोपहर 2 बजे तक गंगा का जल स्तर 63.650 मीटर रिकार्ड किया गया। अब गंगा का जल स्तर स्थिर हो गया है। जबकि गंगा उच्च जल स्तर 65.220 है। सिंचाई विभाग के एक्सईएन राजेंद्र चौधरी ने बताया कि गंगा स्थिर होने के बाद अब घटना शुरू होंगी।
ऐसी संभावना जताई जा रही है। जल स्तर बढ़ने से हजारों एकड़ धान की फसल डूब गई है। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, पुलिस अधीक्षकडा. ईरज राजा व उपजिलाधिकारी द्वारा थाना करण्डा क्षेत्रान्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों महाबलपुर, दीनापुर बड़हरिया, मैनपुर आदि का निरीक्षण किया गया। बाढ़ पीडितों की हर सम्भव मदद के लिए सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
सेवराई और सदर तहसील में हाहाकार मचा हुआ है। जिला आपदा विशेषज्ञ अशोक राय ने बताया कि आपदा के दौरान लोगों की मदद करने के लिए मेरी टीम पूरी तरह से तैयार बैठी है। डीएम आर्यका अखौरी ने हालात पर नजर रखने को कहा है। वह भी लगातार निरीक्षण करके बाढ़ का आकलन करने में जुटी हुई है। पांच तहसील बाढ़ प्रभावित हैं। जिले की सदर, मुहम्मदाबाद, सैदपुर, जमानिया, सेवराई तहसील बाढ़ प्रभावित है। इन तहसीलांे के 20 गांव बाढ़ प्रभावित है।
गंगा मंे बाढ़ से जिले के रेवतीपुर के नगदीलपुर गहमर बाईपास मार्ग पर कई जगहों पर बाढ़ का पानी आ गया है। इसके अलावा इलाके के नगदीलपुर, हसनपुरा, बीरऊपुर, नसीरपुर के विभिन्न मार्गों पर भी पानी आ गया है। बाढ़ के पानी से इलाके में सैकड़ों बीघे फसलें जलमग्न हो चुकी है। जनपद मे बाढ की विभिषिका को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने तहसील सेवराई अन्तर्गत विकास खण्ड रेवतीपुर के विभिन्न बाढ प्रभावित गांवों का स्थलीय निरीक्षण कर वहां के लोगों से स्थिति की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने आज विकास खण्ड रेवतीपुर के बाढ प्रभावित गांव अठहठा, नसीरपुर, हसनपुरा एवं बिरऊपुर का स्थलीय निरीक्षण किया एवं वहां के ग्रामीणांे से वार्ता कर उनकी समस्याओं से अवगत हुयी।
जिलाधिकारी ने ग्राम हसनपुरा मे निरीक्षण के दौरान पाया कि गांव की कनेक्टिविटी बाढ़ के कारण प्रभावित हुई है लोग कच्चे मार्ग से आवागमन कर रहे है। जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल वहां दो नाव आवागमन हेतु लगाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने बाढ के दृष्टिगत सम्बन्धित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है।
जिले में स्थापित हुए 11 बाढ़ शारणालय
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ के बढते स्थिति को देखते हुए जनपद मे 44 बाढ़ शरणालय चिन्हित किये गयें है जिसमे 11 बाढ़ शरणालय केन्द्र क्रियाशील है। जल स्तर बढ़ने पर आवश्यकतानुसार और भी शरणालय क्रियाशील किया जायेगा। वर्तमान समय में बाढ़ के पानी से कोई भी तटवर्ती आबादी वाला गांव प्रभावित नहीं है। जनपद स्तरीय और तहसील स्तरीय बाढ़ कन्ट्रोल रूम क्रियाशील है।