आंगनबाड़ियों से वसूली कराते हैं सीडीपीओ एजाज

0बाराचवर ब्लाक में नौनिहालों के राशन में गड़बड़झाला

0बिना लिपिक के परियोजना कार्यालय में खेल पर खेल

0सीडीपीओ एजाज की कारस्तानी बनी चर्चा का विषय

0पूर्व में कई ब्लाकों में भी राशन में कर चुके हैं गड़बड़ी

0सवर्ण विकास मंच के संगठन मंत्री ने लगाया आरोप

अजीत केआर सिंह, दबंग आवाज गाजीपुर। बाल विकास परियोजना कार्यालय बाराचवर में आंगनबाड़ी के नौनिहालों के राशन के नाम पर बड़ा गड़बड़झाला सामने आया है। अभी तक मार्च और अप्रैल का राशन वितरित नहीं हुआ है। सीडीपीओ एजाज की कारस्तानी से ब्लाक की आंगनबाड़ी कार्यकत्री त्रस्त हैं। राशन वितरण में जमकर धांधली पर धांधली की जा रही है। मार्च के राशन में भी खेल करने की योजना बनाई जा रही है।

ब्लाक की कई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सीडीपीओ मनमाने तरीके से राशन वितरण कराते हैं। इसलिए ब्लाक में समय से राशन नहीं मिल पाता है। अप्रैल का महीना गुजर गया लेकिन राशन अभी तक नहीं मिला। जिससे बच्चे भूखे हैं। अब सवाल उठता है कि आखिर कैसे कुपोषण की जंग विभाग लड़ेगा। क्योंकि जब विभाग ही नौनिहालों के राशन में खेल करता रहेगा आर खुद अधिकारी ही राशन हजम करने पर तूले रहेंगे।

उषा पाल ने बताया सच
आंगनबाड़ी संघ की ब्लाक उपाध्यक्ष उषा पाल का कहना है कि मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ ही अन्य से विभागीय अफसर हर माह पैसा वसूल करते हैं। मना करने पर भी सीडीपीओ नहीं मानते हैं। हम लोग मजबूर हैं। हम लोग अगर आवाज उठाते हैं तो सीडीपीओ कार्रवाई की धमकी देते हैं। और जांच के नाम पर प्रताड़ित करते हैं। इस मामले में डीएम को संज्ञान लेना चाहिए।

बाल विकास परियोजना कार्यालय बाराचवर के अंर्तगत करीब 234 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों के नौनिहालों को राशन वितरण की जिम्मेदारी सीडीपीओ की होती है। इसके लिए ब्लाक में स्वयं सहायता समूहों को तैनात किया गया है। स्वयं सहायता समूहों के जरिए राशन की खुले बाजार में बिक्री की जा रही है। कई केंद्रों पर समूहों से लेकर विभागीय अफसर मिलकर राशन को बेचकर लाखों रूपये हजम कर ले रहे हैं। इसकी शिकायत करने पर सीडीपीओ चुप्पी साध ले रहे हैं।

आय से अधिक संपत्ति की जांच की मांग
अगर जांच हुई तो यहां पर राशन घोटाला सामने आ सकता है। गैर राजनीतिक संगठन सवर्ण विकास मंच ने सीडीपीओ एजाज की काली कमाई की आय से अधिक संपत्ति की जांच की मांग की है। आंगनबाड़ी केंद्र पर तीन से छह वर्ष के बच्चों को दलिया और चने की दाल का आधा आधा किलो का पैकेट हर माह वितरित करने का आदेश है। इसके साथ सात माह से तीन वर्ष के बच्चों को तेल, दलिया और चने की दाल एक एक किलो मिलती है। जबकि तेल आधा किलो मिलता है। इसके अलावा गर्भवती धात्री महिलाओं को एक किलो दाल, डेढ़ किलो दलिया और एक पैकेट तेल वितरित किया जाता है। अतिकुपोषित बच्चों को दो दो किलो दाल, एक किलो दलिया और एक पैकेट तेल देने के आदेश दिया गया था।

बाराचवर परियोजना कार्यालय के कागजी रिकार्ड देखने से पता चलता है कि अन्य ब्लाकों में राशन पहले बंटता है, मगर यहां पर राशन दो दो माह विलंब से वितरित होता है। अभी भी यहां पर मार्च और अप्रैल के राशन का कहीं अता पता नहीं है। यह खेल पहले भी हुआ था। इस खेल में विभाग के सीडीपीओ की भूमिका भूमिका काफी संदिग्ध मानी जा रही है। केंद्रों का निरीक्षण नहीं करने वाली सुपरवाइजर भी खूब मलाई काट रही हैं। यहां पर एक भी लिपिक तैनात नहीं किया गया है। जबकि रेवतीपुर ब्लाक में दो दो लिपिक तैनात किए गए हैं।

प्राइवेट आदमी करते हैं काम
यह सब सीडीपीओ और डीपीओ की मिलीभगत से किया जाता है। ताकि खुली वसूली करके लाखों रूपये हजम किया जाए। साथ ही कम राशन की भी शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही हैै। सीडीपीओ की शह पर प्राइवेट लोगों से ही राशन गोदाम से निकाला जाता है। गोलू और धन्नू गुप्ता के साथ ही अमित राय इस पूरे खेल में शामिल है। यह तीनों सीडीपीओ की ही शह पर काम करते हैं। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से वसूली करके सीडीपीओ से लेकर जिले के अफसरों तक मालामाल हो रहे हैं।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की शिकायत से यह बात तो सच है कि पूर्व में राशन में डाका डालकर विभागीय अफसरों ने गरीब नौनिहालों को भूखा रखा। जबकि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि प्रदेश से कुपोषण को जड़ से मिटाना है। इसके लिए अतिकुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान देना है। सभी आधार कार्ड आच्छादित बच्चों को तेल, दलिया और चने की दाल समय से वितरित की जाए। मुख्यमंत्री के आदेश को धता बताते हुए सीडीपीओ ने पूरा राशन गड़प करने की योजना बना डाली।
डीएम से होगी शिकायत
मगर सवर्ण विकास मंच कायस्थ विंग के प्रदेश संगठन महामंत्री अनिल कुमार गुड्डू को जानकारी जब मिली तो उन्होंने हमारे संवाददाता को खबर कर दी। उन्होंने चेताया कि अगर बाराचवर ब्लाक में राशन ठीक ढंग से नहीं बंटा तो सीधे इसकी शिकायत डीएम से की जाएगी। उन्होंने प्राइवेट लोगों द्वारा राशन की निकासी करने पर भी एतराज जताया है। डीपीओ दिलीप पांडेय का कहना है कि किसी भी सूरत में राशन में खेल नहीं होने दिया जाएगा। क्योंकि सीएम का सख्त निर्देश है कि हर हाल में कुपोषण को जड़ से मिटाया जाए। वहीं सीडीपीओ एजाज अहमद ने अपने आपको ईमानदार और पाक साफ बताया। सीडीओ संतोष वैश्य ने भी गोपनीय जांच के संकेत दिए हैं।



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