ग़ाज़ीपुर में 31 महीने रहीं अखौरी, अब अविनाश बने डीएम

0काफी गंभीर अधिकारी माने जाते हैं अविनाश कुमार
गाजीपुर। झांसी डीएम अविनाश कुमार को गाजीपुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। वह कई जिलों के जिलाधिकारी भी रहे हैं। झांसी से वह पहले बाराबंकी के डीएम रहे हैं।
देखा जाए तो मौजूदा जिलाधिकारी आर्यका अखौरी 18 सितंबर 2022 को गाजीपुर डीएम बनी थी। इस हिसाब से वह 31 माह तक गाजीपुर की जिलाधिकारी के तौर पर कार्यभार संभाला। उनके कार्यकाल के दौरान सांसद अफजाल अंसारी से उनकी बहस और माफियाओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई चर्चा में रही। लेकिन हमेशा यह आरोप लगाता रहा की डीएम गाजीपुर आमजन का फोन नहीं उठाती हैं।
अविनाश कुमार तेज तर्रार और ईमानदार अधिकारी के रूप में अपनी छवि बनाये हैं। वर्ष 2013 के आईएएस अधिकारी अविनाश कुमार का प्रशिक्षण के दौरान बतौर उप जिलाधिकारी सवायजपुर का कार्यकाल जनता के लिए यादगार रहा। 17 जनवरी 2015 से 23 मई 2015 का प्रशिक्षण अवधि में रहने के बाद विभिन्न जिलों में जिम्मेदारी संभाली। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव के रूप में भी वह हरदोई आए, और डीएम हरदोई बने।
अब जिलाधिकारी बनकर ग़ाज़ीपुर आ रहे हैं। उनके साथ कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का कहना है कि वह स्वच्छ छवि और गंभीर अधिकारी हैं। और काफी ईमानदार माने जाते हैं।
ऐसे में आंगनबाड़ी भर्ती घोटाले में शामिल अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद एक बार फिर जाग गई है। अभी तक सिर्फ यहां के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी, लेकिन आईसीडीएस विभाग में अभी तक किसी भी अधिकारी कर्मचारी खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस मामले में सीडीओ पर भी उंगली उठने लगी है। क्योंकि सीडीओ ही आंगनबाड़ी भर्ती के अध्यक्ष थे और उनके स्टेनो ने बड़े पैमाने पर अपने चेहतों की भर्ती कराई थी। स्टेनो राधेश्याम इस समय जमानिया में पोस्टेड है।