मोदी ने मांगा 25 साल का हिसाब

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिवर्तन रैली में जनसागर उमड़ पड़ा। दो दिन पहले नितीश की रैली में हुए प्रहार के कारण आज मोदी के तेवर काफी तल्ख़ थे। मोदी ने मंगलवार को भागलपुर के हवाई अड्डा मैदान में बगैर किसी का नाम लिए पूरी बुलंदी के साथ महागठबंधन नेताओं पर हमला बोला।

अपने संबोधन में उन्होंने बिहार के पिछड़ेपन के लिए लालू-नीतीश सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए पिछले 25 सालों के शासन का हिसाब मांगा, वहीं विशेष पैकेज, कुशासन, भ्रष्टाचार, जातिवाद और कांग्रेस के साथ गठबंधन जैसे सवालों पर भी महागठबंधन नेताओं को कठघरे में खड़ा किया।

मोदी यहीं नहीं थमे। उन्होंने लालू-नीतीश पर लोहिया, जेपी और कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों को तिलांजलि देकर सत्ता की खातिर कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का भी आरोप जड़ा। रैली में युवाओं की भारी भागीदारी से गदगद प्रधानमंत्री ने शिक्षा, रोजगार तथा बिहार की बुद्धिमत्ता जैसे भावनात्मक मुद्दों का भी स्पर्श किया। मोदी ने कहा, हिंदुस्तान में सबसे बुद्धिमान कहीं हैं, तो बिहार की धरती पर हैं। इसलिए जिन मुद्दों पर मुझे गालियां दे रहे थे, उसी ओर चलने लगे। मुझे खुशी इस बात की है कि यहां विकास अब चुनावी मुद्दा बना। यूपीए या एनडीए के लोग विकास कैसे करेंगे, वे विकास के ऐसे मुद्दे लेकर आएं मुझे इसकी खुशी होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जब मैं वोट मांगने आऊंगा तो अपने काम का पाई-पाई का आपको हिसाब दूंगा। अभी तो इन दोनों (लालू-नीतीश) को अपने 25 साल के काम का हिसाब देना चाहिए, लेकिन ये हिसाब देने को तैयार नहीं है।



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