तमिलनाडु के मंत्री अनबरसन को भेजा जाए जेलःअजीत सिंह

0प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फाड़ना वाला बयान चिंताजनक

0सवर्ण विकास मंत्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की कार्रवाई की मांग

गाजीपुर। सवर्ण विकास मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह ने तमिलनाडु के मंत्री टीएम अनबरसन के बयान को देशद्रोह बताते हुए तत्काल उन्हें जेल भेजने की मांग की है। अनबरसन ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक बयान दिया है।

जो संविधान के खिलाफ है। चूंकि अनबरसन खुद संविधान की शपथ लेकर मंत्री बने हैं। उन्हें प्रधानमंत्री को फाड़ने वाला बयान नहीं देना चाहिए। संविधान में इसकी व्यवस्था होने चाहिए कि इस तरह का बयान देने वाले ऐसे किसी भी व्यक्ति को संवैधानिक पद की शपथ देने से रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा नेताओं को तत्काल शहर कोतवाली में मुकदमा कायम कराना चाहिए। साथ ही मंत्री को बर्खास्त करके जेल भेजा जाए।

बताया जा रहा कि तमिलनाडु के मंत्री टी.एम. अनबरसन का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वो पीएम मोदी के खिलाफ विवादित बयान दे रहे हैं। इसमें वो कह रहे हैं कि मैंने अभी शांति रखी हुई है, क्योंकि मैं एक मंत्री हूं। मैं मंत्री न होता तो उसको (पीएम मोदी) को टुकड़ों में फाड़ देता। उनका यह बयान पिछले हफ्ते का बताया जा रहा है। अनबरसन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया है। टी.एम. अनबरसन तमिलनाडु में एमके स्टालिन की अगुवाई वाली डीएमके-कांग्रेस गठबंधन सरकार में ग्रामीण उद्योग मंत्री हैं।

वायरल वीडियो में अनबरसन कह रहे हैं कि हमारे कई प्रधानमंत्री हुए, कोई ऐसे नहीं बोलता था। मोदी हमें मिटाने की बात करता है, लेकिन मैं एक बात याद दिला दूं कि डीएमके कोई सामान्य संगठन नहीं है। यह कई बलिदानों और बहुत खून बहने के बाद बना है। जिन लोगों ने डीएमके को खत्म करने की बात की, उनका ही विनाश हो गया। यह संगठन बना रहेगा, ये बात दिमाग में रखना। मैं उससे ( पीएम मोदी) अलग तरीके से निपटता।

अभी मैं चुप हूं, क्योंकि मैं एक मंत्री हूं। अगर मैं मंत्री न होता, तो उसके साथ दूसरा ही तरीका अपनाता। सवर्ण विकास मंत्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह ने इस बयान को देश के लिए बेहद चिंताजनक बताया है। कहा है कि महत्वपूर्ण पदों पर रहने वाले नेताओं से देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए। ऐसे मंत्री को जेल भेजा जाए। साथ ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण मांगना चाहिए।

बतादें के सवर्ण विकास मंच पूरे देश के युवाओं को एजुकेशन कार्ड दिलाने की मांग कर रहा है। यह संगठन राजपूत, ब्राम्हण, भूमिहार, कायस्थ और सवर्ण मुसलमानों को लेकर बना हुआ है। यह आने वाले दिनों में राजनीतिक पार्टियांे े सवर्ण आयोग के गठन की मांग कर रहा है। साथ ही सवर्णों में दर्ज फर्जी मुकदमों को वापस लिया जाए। साथ ही अन्य मांगों को लेकर पूरे देश में इस संगठन की शाखाएं तैयार की जा रही है।



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