बनारसी लेखक के उपन्यास पर बनी थी बॉलीवुड की पहली 100 करोड़ी फिल्म

'हम आपके हैं कौन' ये वही सुपरहिट फिल्म है, जहां से बॉलीवुड फिल्मों के 100 करोड़ के क्लब में शामिल होने का सिलसिला शुरू हुआ था। इसे भोजपुरी फिल्म 'नदिया के पार' का मॉर्डन वर्जन भी कहा जाता है। 'नदिया के पार' पूरी तरह से पूर्वांचल परिवेश पर आधारित थी। इस फिल्म को वाराणसी के लेखक केशव प्रसाद मिश्र के उपन्यास 'कोहबर की शर्त' पर बनाया गया था।

साल 1885 में वाराणसी के 'भदैनी' क्षेत्र में केशव प्रसाद मिश्र का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम भगवती प्रसाद मिश्र था। एक बार उन्होंने 'विनयपत्रिका' की जमकर तारीफ की थी, जिससे प्रभावित होकर महामना मदन मोहन मालवीय ने उन्हें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्यापक बना दिया। केशव प्रसाद मिश्र वहां साल 1941 से 1950 तक हिंदी विभागाध्यक्ष के रूप में काम करते रहे।

कई प्रसिद्ध रचनाओं की भूमिका लिखी

केशव प्रसाद मिश्र ने कालिदास के 'मेघदूत' का संस्कृत से हिंदी में कविता के रूप में अनुवाद किया था। उन्होंने कई प्रसिद्ध रचनाओं जैसे 'गद्य भारती', 'काव्यलोक', 'पदचि' की भूमिका लिखी। उन्होंने साल 1925 में 'हिंदी वैद्युत शब्दावली' की रचना की। उनकी रचनाएं मुंशी प्रेमचंद की 'सरस्वती' और 'इंदु' पत्रिकाओं में बराबर इनके लेख छपते रहे। 'हरिवंशगुण स्मृति' नामक काव्य की रचना भी उन्होंने ही की थी। उनका निधन 21 मार्च 1952 को हुआ।

...तो नहीं मिलती ये सुपरहिट फिल्म

बॉलीवुड एक्टर रवि किशन बताते हैं कि नदिया के पार की शूटिंग के समय वे काफी छोटे थे। फिल्मों में आने के बाद उन्होंने इस फिल्म का बाकायदा स्टडी किया और ये फिल्म एक कल्ट फिल्म है। उनके मुताबिक, अगर 'नदिया के पार' न बनती तो शायद फिल्म इंडस्ट्री को 'हम आपके हैं कौन' जैसी फिल्म न मिलती।

राजश्री ने पहले 'नदिया के पार' और फिर बनाई 'हम आपके हैं कौन'

केशव चंद्र मिश्र के उपन्यास 'कोहबर की शर्त' के अंशों पर साल 1982 में राजश्री प्रोडक्शन ने फिल्म 'नदिया के पार' बनाई। ये एक ऐसी फिल्म थी जिसने भोजपुरी भाषा में होते हुए उस समय के मेनस्ट्रीम सिनेमा की फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया था। फिल्म ने सफलता के कई रिकॉर्ड तोड़े। फिल्म के लेखक और निर्देशक गोविंद मुनीस थे।

10 साल बाद बनी हम आपके हैं कौन

राजश्री प्रोडक्शन ने ही 'नदिया के पार' के रिलीज के 10 साल बाद इस फ़िल्म का हिंदी वर्जन साल 1992 में 'हम आपके हैं कौन' के नाम से बनाया। इसमें सलमान खान, माधुरी दीक्षित, मोहनीश बहल, रेणुका शहाणे, आलोक नाथ, अनुपम खेर, रीमा लागू जैसे एक्टर्स ने काम किया। ये एक ऐसी फिल्म थी जिसने बॉलीवुड में 100 करोड़ के क्लब की शुरुआत की थी।

जौनपुर में फिल्म के रूप में ढला उपन्यास

'नदिया के पार' की शूटिंग के लिए फिल्म के निर्माता राजकुमार बड़जात्या ने जौनपुर जिले के विजईपुर गांव को चुना था। इसकी ऐतिहासिक मान्यता ये है कि यह अष्टावक्र मुनि की तपोस्थली है। केराकत तहसील में स्थित इस गांव के लोग आज भी नदिया के पार की शूटिंग के समय के किस्सों को याद करते हैं। बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर एक्टर रवि किशन भी इसी इलाके के रहने वाले हैं। वे बताते हैं कि आज भी लोग उस पुलिया और पोखर को बाहर से आने वालों को दिखाना नहीं भूलते जहां नदिया के पार के सीन फिल्माए गए थे।



अन्य समाचार