छोटी-छोटी सावधानियों से रह सकते हैं रोग मुक्त

ग़ाज़ीपुर। दबंग आवाज

सिद्धपीठ चंडिका धाम बहादुरगंज के मुख्य पुजारी राहुल महराज कहते हैं कि स्वस्थ शरीर को सबसे बड़ा खजाना माना जाता है। घर में अगर कोई बीमार है या फिर स्वास्थ्य को लेकर लगातार परेशानी बनी हुई है तो इसके लिए घर में मौजूद नाकारात्मक ऊर्जा भी जिम्मेदार हो सकती है। फेंगशुई में बेहतर स्वास्थ्य को लेकर कई बातों का जिक्र किया गया है। इन उपायों को अपनाकर सेहतमंद जीवन पा सकते हैं। 

अगर परिवार में किसी सदस्य का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता तो उसे हमेशा पूरब दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए। पेट के रोगों से परेशान हैं तो सोते समय तकिया लगाना छोड़ दें। लाल और काले रंग की चादरों पर नहीं सोना चाहिए, ये रंग स्वास्थ्य को हानि पहुंचाते हैं। 

अगर हमेशा सिरदर्द की परेशानी रहती है तो बेडरूम में जिस ओर शीशा लगा है उस ओर न सोएं। बीम के नीचे भी सोने से बचना चाहिए। बीम के नीचे सोने से सिरदर्द की परेशानी हो सकती है। जिस कमरे के ऊपर टॉयलेट या बाथरूम हो तो उस कमरे में नहीं सोना चाहिए। घर के जिस कमरे का दरवाजा सीढ़ियों की ओर खुलता हो, उस कमरे में नहीं सोना चाहिए। फेंगशुई में माना जाता है कि उस कमरे में नाकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। 

फेंगशुई के अनुसार घर की रक्षा ड्रैगन करता है। इसलिए घर में ड्रैगन की मूर्ति या चित्र रखना चाहिए। घर के पूर्वी भाग को अधिक महत्व देना चाहिए। पूर्वी भाग को अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु का कारक माना जाता है। घर में प्रवेश करते समय चप्पल, जूते बाहर उतार देने चाहिए। फेंगशुई में बोनसाई और कैक्टस को हानिकारक माना जाता है। भूलकर भी इन्हें घर में न रखें। फेंगशुई में कछुए को शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से खुशहाली आती है। 



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