प्राचार्य ने मूल्यांकन में लापरवाही पर हटाए दो प्रवक्ता

0बीटीसी की उत्तर पुस्तिकाओं का चल रहा है मूल्यांकन

032 हजार उत्तर पुस्तिकाओं का तैयार करना है परीक्षाफल

0सख्ती के बाद मूल्यांकन में आई तेजी, डेढ़ हजार हुआ आकड़ा

गाजीपुर। डायट प्राचार्य राकेश सिंह बीटीसी की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में चल रही घोर लापरवाही पर बुधवार को बड़ा एक्शन लिया। उन्होंने डायट सैदपुर के दो लापरवाह प्रवक्ताओं को हटाकर शिक्षण में लगा दिया। बोले, भविष्य में इस तरह की लापरवाही मिली तो सीधे कार्रवाई के लिए निदेशक पत्र भेजा है। डायट प्राचार्य की इस कार्रवाई से सैदपुर में हड़कंप मचा हुआ है।

बतादें कि वर्ष 2017-2018 बीटीसी सेमेस्टर की बीते फरवरी माह में परीक्षा आयोजित की गई थी। शासन का निर्देश था कि परीक्षा आयोजित होने के बाद उसकी उत्तर पुस्तिकाओं डायट सैदपुर के डबल लाक में रखा जाएगा। परीक्षा समाप्ति के बाद प्राचार्य डा. राकेश सिंह ने 32 हजार उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 60 परीक्षकों की डयूटी लगाई थी।

इसके साथ ही डायट के भी आधा दर्जन प्रवक्ता मूल्यांकन डयूटी में तैनात किए गए थे। बीते मंगलवार की शाम को जब प्राचार्य ने मूल्यांकन का अवलोकन किया तो पता चला कि अभी तक महज डेढ़ हजार कापियां ही जांची जा सकी हैं। यह देखकर प्राचार्य भड़क गए। उन्होंने तत्काल सभी प्रवक्ताओं को अपने चेम्बर में तलब किया। और पूछा कि अभी तक महज डेढ़ हजार कापियां ही जांची गई हैं।

इस तरह से मूल्यांकन हुआ तो कैसे इसे समय से पूरा करके परीक्षाफल घोषित किया जाए। उन्होंने इस घोर लापरवाही पर डायट के प्रवक्ता शिवकुमार पांडेय एवं कुमारी निधि को तत्काल प्रभाव से मूल्यांकन से हटा दिया और निर्देश दिया कि शिक्षण कार्य को बेहतर ढंग से संपादित करें।

इसके बाद उन्होंने तत्काल डीआईओएस अनिल कुमार मिश्रा सहित कई प्रधानाचार्यों को फोन करके मूल्यांकन कार्य में परीक्षकों को भेजने की बात कही। दूसरे दिन बुधवार को डेढ़ हजार कापियां का मूल्यांकन हुआ। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के भीतर पूरी कापियां जांच ली जाएंगी। इसके बाद परीक्षाफल को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी इलाहाबाद को प्रेषित कर दिया जाएगा। --------



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