सीएम ने किया 25050 पुल पुलियों के निर्माण का शुभारंभ

0सौ दिन के अंदर पूरा किया जाएगा पुल पुलियों का निर्माण

0वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सीएम ने किया आगाज

0जनपद में 375 पुल पुलियों का कराया जा रहा निर्माण

गाजीपुर। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की उपस्थिति में जिला सूचना विज्ञान केन्द्र में मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम प्रदेश में नहरों पर निर्मित 25,050 पुल पुलियों के जीर्णोद्धार एवं पुनर्निर्माण महाअभियान का शुभारंभ किया। सिंचाई विभाग द्वारा मिशन मोड में कार्य करते हुए 100 दिन के अन्दर सभी 25,050 पुल पुलियों के जीर्णोद्धार एवं पुनर्निर्माण कार्य को मानक गुणवत्ता के अनुरूप पूर्ण किया जाएगा। मुख्यमंत्री 21,542 पुल पुलियों का जीर्णोद्धार तथा 3,508 पुल पुलियों का पुनर्निर्माण किया जाएगा।

राज्य सरकार द्वारा आमजन व किसानों के हित में नहरों पर निर्मित पुल व पुलिया के जीर्णोद्धार व पुनर्निर्माण कराया जा रहा है। अगले चरण में सिंचाई विभाग द्वारा आवश्यकता व उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए नहर की पटरियों को चिन्हित कर आवागमन के लिए तैयार किया जाए। राज्य सरकार द्वारा सरयू नहर परियोजना, मध्य गंगा नहर परियोजना सहित विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं को तेजी से पूर्ण कराया जा रहा अंतर्विभागीय समन्वय से किसानों को सिंचाई की नई पद्धतियों को अपनाने के लिए जागरूक और प्रेरित किया जाए। मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा प्रयागराज, प्रतापगढ़, अयोध्या, आगरा, जालौन, रामपुर, मथुरा, बलिया आदि जनपदों के जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। जनप्रतिनिधिगण ने पुल पुलियों के जीर्णोद्धार एवं पुनर्निर्माण अभियान को ऐतिहासिक बताते हुए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।

जनप्रतिनिधिगण पुल पुलियों के जीर्णोद्धार एवं पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर गुणवत्तापरक एवं समय सीमा में पूर्ण कराने में सहयोग करें। राज्य के 70 जनपदों में नहरों पर निर्मित पुल व पुलियाओं का जीर्णोद्धार, पुनर्निर्माण तथा नवनिर्माण कराया जा रहा है। इसी क्रम मंे जनपद में 375 पुल पुलियों के जीर्णोद्धार एवं नवनिर्माण कराया जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले चरण में सिंचाई विभाग द्वारा आवश्यकता व उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए नहर की पटरियों को चिन्हित कर आवागमन के लिए तैयार किया जाए। नहर की पटरियों के आवागमन से जुड़ जाने पर वह सुरक्षित हो जाती हैं। साथ ही, उनका रख-रखाव भी सहजता से संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नहरों पर लगभग 70,000 पुल पुलिया निर्मित हैं।

इनमें से 21,542 पुल पुलियों की जीर्णोद्धार तथा 3,508 पुल पुलियों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में विभाग ने संबंधित क्षतिग्रस्त पुलों एवं पुलियों के लिए धनराशि की व्यवस्था की गई है। आगामी वर्ष 2021-2022 मंे भी धनराशि प्रस्तावित की जाएगी। उन्होंने किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर बल देते हुए कहा कि अंतर्विभागीय समन्वय के माध्यम से किसानों को सिंचाई की नई पद्धतियों को अपनाने के लिए जागरूक और प्रेरित किया जाए। कार्यक्रम को संबोधित करते जल शक्ति मंत्री डा. महेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से बदल रहा और आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर जिलाधिकारी एमपी सिंह, नलकूप विभाग व सिंचाई विभाग के अभियंता गण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।



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