घोटाले के खिलाफ बोलने वाले मंत्री को केजरीवाल ने हटाया

भ्रस्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का दावा करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की आज उस वक्त पोल खुल गयी जब उन्होंने अपने की कानून मंत्री को इस लिए मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया क्यूंकि उन्होंने दिल्ली में हुए टैंकर घोटाले के खिलाफ जांच करने की पैरवी की थी। ज्ञात हो की कभी कांग्रेस को भ्रस्टाचार की गंगा एवं लालू यादव के खिलाफ चीख चीखकर बोलने वाले केजरीवाल बिहार में अब उनके साथ गलबहियां कर रहे है और कपिल मिश्रा ने शीला दीक्षित के खिलाफ रिपोर्ट लगा करकांग्रेस के विरुद्ध कार्य कर दिया हैभ्रस्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का दावा करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की आज उस वक्त पोल खुल गयी जब उन्होंने अपने की कानून मंत्री को इस लिए मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया क्यूंकि उन्होंने दिल्ली में हुए टैंकर घोटाले के खिलाफ जांच करने की पैरवी की थी। कपिल मिश्रा दिल्ली के करावल नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। उन्हें जितेंदर तोमर के जेल जाने के बाद दिल्ली का कानून मंत्री बनाया गया था। कपिल मिश्रा दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। कपिल मिश्रा दिल्ली के करावल नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। उन्हें जितेंदर तोमर के जेल जाने के बाद दिल्ली का कानून मंत्री बनाया गया था। कपिल मिश्रा दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन भी हैं।

महज़ दो दिन पहले यानि बीते शुक्रवार को कपिल मिश्रा ने बतौर मंत्री 2012 के टैंकर घोटाले की रिपोर्ट अरविंद केजरवाल को सौपी थी. और दिल्ली के सीएम से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर सबूतों के आधार पर कार्रवाई की मांग की थी.
कपिल मिश्रा ने चिट्ठी में क्या लिखा
इस चिट्टी में सबसे अहम बात लिखी थी, "इस रिपोर्ट के बाद मुझे मंत्रालय से हटाने की कोशिश भी होगी. लेकिन मैं राजघाट हो कर आया हूं और बिना किसी भय के इस रिपोर्ट को आपको भेज रहा हूं. इतना ही नहीं ये भी साफ किया कि जिस दिन से आम आदमी पार्टी ज्वाइन की है, कई लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में नौकरी गवांते देखा है. मुझे इसका डर नहीं " साफ है कि कपिल मिश्रा को इस बात की भनक थी की उनकी छुट्टी होने वाली है.



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