२२ वर्षों के बाद लंका विजय

आखिरकार 22 साल का इंतजार खत्म हुआ। विराट कोहली के नेतृत्व में खेल रही युवा टीम ने श्रीलंकाई धरती पर टेस्ट सीरीज में भारत का परचम फहरा दिया। भारत ने आज तीसरे व निर्णायक टेस्ट के अंतिम दिन 117 रन से जीत दर्ज करते हुई सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमा लिया।

386 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंकाई टीम कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (110) और विकेटकीपर कुशल परेरा (70) की बेहतरीन पारियों के बावजूद 85 ओवर में 268 रन पर ही ढेर हो गई। रविचंद्रन अश्विन ने चार, ईशांत शर्मा ने तीन, उमेश यादव ने दो तथा अमित मिश्रा ने एक विकेट लिया।

पहली पारी में नाबाद 145 रन बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा मैन ऑफ द मैच चुने गए। तीनों टेस्ट में 21 विकेट लेने के साथ 94 रन बनाने वाले रविचंद्रन अश्विन को मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला। गाले में पहला टेस्ट गंवाने के बाद टीम इंडिया लगातार दो टेस्ट जीतने में सफल रही। यह कप्तान कोहली की पहली टेस्ट सीरीज जीत है। इससे पहले वर्ष 1993 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई में भारत ने श्रीलंका में तीन टेस्ट की सीरीज 1-0 से जीती थी।

तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 'मैन ऑफ द सीरीज' बने आर. अश्विन ने 20 विकेट चटकाए। पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्होंने 6 विकेट लिए जबकि दूसरी पारी में 4 विकेट हासिल किए। हालांकि ये टेस्ट मैच भारतीय टीम हार गई। इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में अश्विन ने 2 जबकि दूसरी पारी में 5 बल्लेबाजों को आउट किया। इस मैच में भारतीय टीम को 278 रनों से बड़ी जीत हासिल हुई। आखिरी टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्हें एक विकेट भी नहीं मिला मगर दूसरी पारी में उन्होंने एक बार फिर वापसी की और 4 विकेट चटकाए। इस मैच में भी भारतीय टीम को 117 रनों से जीत हासिल हुई।



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