इस डिप्टी कलक्टर की करतूत से प्रशासन शर्मसार

ग़ाज़ीपुर। प्रदेश में भले ही सपा सरकार का शासन समाप्त हो गया है लेकिन अभी भी जिले में कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो सपा सरकार के एजेंडे के मुताबिक काम कर रहे है। ऐसे ही जनपद में एक अधिकारी हैं उप जिलाधिकारी कासिमाबाद रमेश यादव। वह अभी मुश्किल से 10 दिन पहले ही उप जिलाधिकारी का प्रभार संभाले हैं लेकिन अपनी कृतियों से हमेशा चर्चा में रहते हैं। उन्होंने प्रधान संघ के जिला उपाध्यक्ष के साथ ऐसा बर्ताव किया जिससे पूरे जनपद के भाजपा कार्यकर्ता गुस्से में है। आइए बताते हैं आखिर क्या SDM का कृत्य। जिससे पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पर अंगुली उठने लगी है।एमएलसी विशाल सिंह चंचल के समर्थक प्रधान संघ के जिला उपाध्यक्ष अभिषेक सिंह मिंटू संग कासिमाबाद एसडीएम के दुर्व्यवहार से बेहद खफा हैं। उनका कहना है कि एसडीएम रमेश यादव का यह कार्य पद की गरिमा के प्रतिकूल है। इस मसले पर उन्होंने डीएम से बात की है। साफ कहा है कि एसडीएम को अपने रवैये में सुधार करने को कहें। वैसे वह लखनऊ पहुंचने पर शासन स्तर से भी इस मामले में कार्रवाई की सिफारिश करेंगे। मालूम हो कि मंगलवार को अभिषेक सिंह मिंटू अपने खरीदे भूखंड पर हो रहे निर्माण को रोकवाने के लिए एसडीएम के पास पहुंचे थे। उनका कहना था कि भूखंड के दो हिस्सेदार हैं। एक हिस्सा किसी और ने खरीदा है लेकिन बगैर बंटवारा वह व्यक्ति निर्माण करा रहा है। यह सरासर गलत है। इसमें राजस्व कर्मियों की भूमिका संदिग्ध है। मिंटू, एसडीएम से उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में योगी सरकार है। किसी तरह की बेईमानी नहीं चलेगी। बस इतना सुनते ही एसडीएम एकदम से उखड़ गए। उन्हें धक्का देकर अपने चेंबर से बाहर कर दिए। यहां तक कि मौके पर  मौजूद एसओ बरेसर को उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने तक का निर्देश दिए। मिंटू का आरोप है कि भूखंड के दूसरे हिस्से का मालिक एसडीएम का स्वजातीय है। इस लिए वह उसका पक्ष ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे अधिकारी के खिलाफ मुकदमा होना चाहिए।



अन्य समाचार