लेखाकार ने एक करोड़ में बना दिए पांच शिक्षक, सीएम ने बैठाई जांच

-सीएम कार्यालय ने डीआईओएस के लेखाकार की भूमिका जांच के दिए आदेश

गाजीपुर। दबंग आवाज
दिलदारनगर के अल्पसंख्यक इंटर कालेज एसकेबीएम में पांच सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में एक करोड़ डकराने के मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश दिए हैं। आरोप है कि शासन की रोक के बाद कार्यालय के लेखाकार शिवराजमणि तिवारी की मिलीभगत से बैक डेट में पांचों शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई।
दर्जनों की संख्या में फर्जी तरीके से नियुक्ति करने का मास्टर माइंड शिवराजमणि तिवारी ने कई और खेल किए हैं जिसके खिलाफ जांच आने से डीआईओएस कार्यालय में हड़कंप मची हुई है। शासन के निर्देश के बाद डीएम ने मौजूदा डीआईओएस को पत्रावली तलब करके कार्रवाई के लिए कहा है।
दिलदारनगर निवासी नियाज खां, वारिस खां, रसीद खां, जमालु खां और शाहजहां खां ने बीते पांच अप्रैल को मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि नगर के अल्पसंख्यक विद्यालय एसकेबीएम में पांच सहायक अध्यापकों की नियुक्ति बिना किसी आदेश कर दी गई। इस नियुक्ति में तत्कालीन एवं चर्चित डीआईओएस नरेंद्र देव पांडेय और कार्यालय के लेखाकार शिवराजमणि तिवारी की भूमिका काफी संदिग्ध है।
इस लिपिक ने एक एक सहायक अध्यापक की नियुक्ति कराने के नाम पर बीस बीस लाख रुपये की धनराशि हजम कर ली और कहा कि शासनादेश जो भी हो हम नियुक्ति कर देंगे बस पैसा भेज दीजिए। शिकायतकर्ताओं के अनुसार इसके बाद लिपिक ने अपने वाराणसी स्थित आलीशान बंगले पर बुलाकर पूरी धनराशि हजम कर ली और तत्कालीन डीआईओएस को भी इसका कुछ हिस्सा दे दिया।
इस धनराशि के मिलने के बाद डीआईओएस और लेखाकार ने शासनादेश के विपरीत जाते हुए पांचों सहायक अध्यापकों की नियुक्तियां करके वेतन भुगतान भी कर दिया। इसकी जानकारी तब हुई जब डीआईओएस का स्थानांतरण बलिया के लिए कर दिया गया था। इस तरह के एक मामले में तत्कालीन डीआईओएस हृदयराम आजाद निलंबित हुए थे। शिकायत कर्ताओं कहना है कि शासन ने अल्पसंख्यक विद्यालयों में बीते फरवरी माह से नई नियुक्ति पर पूरी तरह से रोक लगाकर रखी है। शासन ने उक्त शिकायत कर्ताओं के पत्र को संज्ञान को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी को जांच करके रिपोर्ट देने को कहा। यह पत्र बीते 25 जून को जिलाधिकारी के पास पहुंचा। डीएम ने भी पत्र को संज्ञान में लिया और डीआईओएस को सीधे निर्देश दिया कि इस पत्रावली को मंगाकर जांच करके रिपोर्ट सीधे भेजें। जांच में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।
इस तरह के एक मामले की शिकायत की जांच डीएम कार्यालय से मिली है। इस मामले में संबंधित को बुलाकर जांच पड़ताल की जाएगी। अनिल कुमार मिश्रा, डीआईओएस ----------
डीआईओएस कार्यालय के लेखाकार शिवराजमणि तिवारी की भूमिका की जांच होगी। यह भी शिकायत मिली है कि इस लेखाकार का स्थानांतरण गैर जनपद कर दिया गया है इसके बाद भी यह यहां पर पड़ा हुआ है। दिलदारनगर के एसकेबीएम इंटर कालेज में नियुक्तियों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्र आया है। केबालाजी, डीएम



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